top of page

अज्ञात बीमारी से बच्चों की मौत

  • Writer: MOBASSHIR AHMAD
    MOBASSHIR AHMAD
  • Nov 30, 2024
  • 4 min read

Updated: Dec 1, 2024


प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी निगरानी


पूजा कुमारी


किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड के जागीर पदमपुर पंचायत स्थित कटहलबाड़ी गांव में पिछले दिनों अज्ञात बीमारी के कारण चार बच्चों की मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में भय और शोक का माहौल बन गया। वहीं, इन घटनाओं के बीच एक और बच्चे में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) वायरस की पुष्टि हुई, जिसने इस भयावह स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस अनजान बीमारी के कारण बच्चों की मौत और जेई वायरस के संक्रमण ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया, लेकिन जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सक्रिय हस्तक्षेप से गांव में स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है।



जिला पदाधिकारी का दौराः स्थिति का जायजा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश


जिला पदाधिकारी ने गांव का दौरा कर स्थिति का मुआयना किया और ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें इस कठिन समय में धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देश दिया कि गांव में लगातार मेडिकल कैंप लगाए जाएं और प्रत्येक बच्चे की स्वास्थ्य जांच की जाए। उन्होंने साफ-सफाई और फॉगिंग की प्रक्रिया को तेज करने का आदेश दिया ताकि मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों को नियंत्रित किया जा सके। जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि प्रशासन स्थिति पर पूरी निगरानी रखे हुए है और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि गांव में किसी भी प्रकार की बीमारी का स और फैलाव न हो।



स्वास्थ्य विभाग का सतर्क अभियानः लगातार मेडिकल कैंप, जांच, और फॉगिंग



स्वास्थ्य विभाग द्वारा कटहलबाड़ी गांव में नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। पांच दिनों से लगातार गांव में मेडिकल कैंप लगाकर सभी बच्चों ब की जांच की जा रही है। डॉक्टरों की टीम ने हाल ही में 13 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जिसमें से छह बच्चों में बुखार के लक्षण पाए गए। उन बच्चों के ब्लड सैंपल लिए गए हैं और उन्हें पटना भेजा गया है ताकि बीमारी के कारण का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, जिला प्रशासन ने गांव में लगातार फॉगिंग करने और साफ-सफाई के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।


गांव में भय और अफवाहों का माहौल, प्रशासन की शांति बनाए रखने की अपील


कटहलबाड़ी गांव में एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत और जेई वायरस की पुष्टि के बाद ग्रामीणों में भय व्याप्त है। कई लोग अपने बच्चों को गांव से बाहर रिश्तेदारों के पास भेज चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और सांसद डॉ. जावेद आजाद ने ग्रामीणों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सिविल सर्जन ने बताया कि जेई वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं, और ग्रामीणों से अपील की कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें और अपने बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करवाएं।


स्वास्थ्य जागरूकता और भविष्य की दिशा


कटहलबाड़ी गांव में इस तरह के हालात ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के कारण स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है, लेकिन यह घटना ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने और प्रशासन को ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने की आवश्यकता को भी उजागर करती है।


कटहलबाड़ी गांव में बच्चों की मौत और जेई वायरस की पुष्टि से उत्पन्न भय के बीच जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने अपने प्रयासों से स्थिति को नियंत्रण में ला दिया है। मेडिकल कैंप, फॉगिंग, और टीकाकरण के साथ-साथ ग्रामीणों को जागरूक करने के अभियान से यह उम्मीद है कि बीमारी पर जल्द ही काबू पाया जा सकेगा और गांव में सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी।


जेई वायरस की पुष्टि से बढ़ी चिंता, टीकाकरण अभियान तेज


कटहलबाड़ी गांव के ढाई वर्षीय जफीर अहमद में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) वायरस की पुष्टि के बाद गांव में तनाव का माहौल है। हालांकि जफीर की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस घटना ने पूरे गांव में बीमारी को लेकर दहशत फैला दी है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जफीर का स्वास्थ्य ठीक है और उसका इलाज सदर अस्पताल में कराया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि गांव में जेई वायरस को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नियमित टीकाकरण के तहत बच्चों को जेई वैक्सीन दी जा रही है।


सांसद डॉ. जावेद आजाद का दौराः शोकाकुल परिवारों से मुलाकात और ग्रामीणों को सांत्वना


लोकसभा सांसद डॉ. जावेद आजाद ने भी कटहलबाड़ी गांव का दौरा किया और मृतक बच्चों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि प्रशासन उनकी पूरी सहायता करेगा। सांसद ने ग्रामीणों से यह अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि गांव के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए और बीमारी के लक्षणों एवं बचाव के उपायों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया जाए।

Comentarios

Obtuvo 0 de 5 estrellas.
Aún no hay calificaciones

Agrega una calificación
bottom of page