सम्पादकीय
- MOBASSHIR AHMAD
- Feb 15
- 3 min read

नमस्कार साथियों,
फरवरी अंक के साथ हम एक बार फिर आपके सामने हाजिर है। नए साल 2025 का शुभारंभ हुआ है। हर साल की तरह इस साल भी हमारे शहर किशनगंज में ऐतिहासिक खगड़ा मेले का एक बार फिर से आयोजन किया गया है। मेला आयोजक ने इस मेले को शानदार बनाने के लिए और आप लोगों के मनोरंजन के लिए शानदार व्यवस्थाएं की है। पहली बार ऐसे ऐसे झूले लाये गए हैं जो इससे पहले किशनगंज की धरती पर कभी देखने को नहीं मिला था। यह मेला हमारी और आपकी विरासत है। हमारे पूर्वजों ने कभी इसका शुभारंभ किया। इसे बचा कर रखना हम लोगों की नैतिक जिम्मेदारी है। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में घरों से निकलिए और मेला परिसर में आकर पूरे परिवार के साथ आनंद उठाइए।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन किया गया है। रोज लाखों लोग गंगा स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा व्यवस्था भी जबरदस्त की गई है, लेकिन भीड़ के सामने सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई है। मौनी अमावस्या हादसे में अब तक लगभग 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। समय आ गया है की भीड़ को मैनेज करने के लिए हमें एक नए अध्ययन करना होगा और नया सिस्टम बनाना होगा। एक समय था जब अधिकांश लोगों के पास कुंभ में जाने के लिए ना तो पैसे थे और ना संसाधन, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
जहां पर भी कुंभ मेले का आयोजन होता है वहां की सरकार को पहले से अधिक होमवर्क करना चाहिए। आपको निर्णय लेना होगा कि एक दिन में कितने लोग आ सकते हैं और कितने लोगों की व्यवस्थाएं की जा सकती है। मान कर चलिए कि अगर 1 दिन में मेला परिसर की क्षमता 3 से 5 करोड़ है तो ऑनलाइन कुपन जारी कर ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए कि एक दिन में इससे अधिक लोग इस मेले में शामिल होने ना पहुंचे। याद रखिए हम और आप जिंदा रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे तभी धर्म कर्म कर पाएंगे।
जिस तरह ट्रेन यात्रा के दौरान भीड़ अधिक होने के कारण रेल गाड़ियों में लोगों के द्वारा तोड़फोड़ की जा रही है, एसी डिब्बे के शीशे को तोड़ा जा रहा है वह कहीं से भी सही नहीं है। गुस्से में हम अपना ही नुकसान कर रहे हैं। देश के संसाधनों को बर्बाद कर रहे हैं। आखिर हमारे और आपके पैसे से ही ट्रेन के डिब्बो को बनाया जाता है और पैसे खर्च किए जाते हैं। प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया पहुंचे। इस दौरान उन्होंने करोड़ों अरबों रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार विकास करने की बात करते हैं और फिर भी किशनगंज सहित पूरा सीमांचल क्षेत्र विकास की पटरी पर सबसे पीछे है। लिए हम और आप मिलजुल कर आवाज उठाएं और नए सीमांचल के निर्माण में अपना योगदान दें।
अंत में... चुनावी साल है, नेताओं का आना-जाना शुरू हो चुका है, हमको और आपके सवाल पूछते रहना है। सत्ता पक्ष से भी पूछना है और विपक्ष से भी कि आपने हमारे शहर, मोहल्ले के लिए क्या किया, आखिर हम आपको वोट क्यों करें... किशनगंज के खगड़ा मेले को राजकीय दर्जा दिलाने के लिए अब तक आपने क्या किया है? किशनगंज में जू सफारी या ग्लास ब्रिज क्यों नहीं बनाया जा रहा ?
नया अंक आपको कैसा लगा, पढ़ने के बाद हमें जरूर बताइएगा, आपके सुझावों का स्वागत है। आपकी ईमेल का बेसब्री से इंतजार रहेगा। अगर आपके क्षेत्र की कोई परेशानी है उससे भी हमें अवगत करवाइए।
धन्यवाद
댓글