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सीमांचल में फ्लॉप साबित हुई हिन्दू स्वाभिमान यात्रा

  • Writer: MOBASSHIR AHMAD
    MOBASSHIR AHMAD
  • Nov 21, 2024
  • 7 min read

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• पंकज प्रसून


बिहार में यात्राओं का दौर चल रहा है जहाँ 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले तमाम बड़े नेता यात्रा पर हैं एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा पर जिले में जाकर सरकारी योजनाओं को देख रहे है शिलान्यास कर रहे वही तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर से लेकर गिरिराज सिंह तक यात्रा कर रहे हैं, ऐसी यात्राओं को देखें, तो गिरिराज सिंह की 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' सभी यात्राओं की ही जैसी है, सिर्फ एक चीज गिरिराज सिंह की यात्रा को अलग करती है। वो है हिंदुओ को एक जुट करने का संकल्प लेकिन पार्टी के बैनर तले ये यात्रा नही हो रही है परंतु मौन रूप से बीजेपी का अंदरूनी सपोर्ट मिला हुआ है।

गिरिराज सिंह भी उसी दौर में यात्रा पर निकले थे, जब तेजस्वी यादव संवाद यात्रा कर रहे हैं, अपना राजनीतिक फोरम लॉन्च करने के लिए प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा, वीआईपी चीफ मुकेश सहनी की निषाद संकल्प यात्रा और सीपीआई-एमएल की न्याय यात्रा चल रही थी।


अगर बात करें गिरिराज सिंह की यात्रा का तो चीजेपी के प्रदेश अध्य्क्ष डॉक्टर दिलीप जायसवाल ने कहा था कि पार्टी को इस यात्रा से कोई लेना देना नही है ये गिरिराज सिंह की यात्रा है वहीं गिरिराज सिंह ने भी इस यात्रा को बीजेपी से अलग बताया था लेकिन ये यात्रा में कही न कही मौन सहमति बीजेपी की थी तब कहि न कही भाजपा के जिला अध्यक्ष, विधयाक, मंत्री, सांसद, पूर्व उपमुख्यमंत्री तक केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ मंच साझा करते दिखे थे।


पूर्णिया के मंच से गिरिराज सिंह ने भाजपा के दो विधायक पूर्णिया सदर से विजय खेमका तो वही बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि को हाथ उठा कर भरे मंच से एक होने को कहा और ये नारा भी दिलवाया की नहीं चाहिए मुसलमान का बोट। इस बात से जहाँ पूर्णिया में हिंदुओ को एक करने को पहल दिखाई दी जबकि मंच के नीचे इतने बड़े नेता के सामने भीड़ नहीं जुट पायी। स्थानीय लोगों का कहना हुआ कि सही मैनेजमेंट नहीं होने के कारण वे हिन्दू स्वाभिमान यात्रा सीमांचल में बुरी तरह फ्लॉप शो साबित हुई। हालाकि गिरिराज सिंह ने पूर्णिया के मंच से पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव पर तीखा हमला किया, कहा कि लाश पर गुजरने वाली बात कहने वाले क्यों नहीं दिखाई दिए, दिख जाते तो हिंदुओं को एकता भी देख लेते।


किशनगंज में संपन्न हुई हिंदू स्वाभिमान यात्रा

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हिंदू स्वाभिमान यात्रा का समापन किशनगंज में हो चूका है। इससे पूर्व यात्रा किशनगंज पहुंची। जहां यात्रा में नेतृत्व कर रहे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिन्दुओं को एकजुट होने का संदेश दिया। इन्होंने कहा कि जब तक एक नहीं होगे, सुरक्षित नहीं रहोगे। एकजुट होकर ही बांग्लादेशी घुसपैठियों व रोहिंग्या का प्रतिकार कर सकते हैं। अपने तय समय से काफी विलंब से शुरू हुई यात्रा से पूर्व भूतनाथ गौशाला शिव मंदिर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कार्यकताओं ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद मोदी सरकार के मंत्री श्री सिंह ने शिवालय में पूजा-अर्चना करने के बाद परिसर में बने मंच पर ही कार्यकताओं व कलश यात्रा में शामिल महिलाओं को संबोधित किया। अपने दस मिनट के संबोधन में इनके निशाने पर बांग्लादेशी व रोहिंग्या मुसलमान रहे। इन्होंने कहा कि हमारी स्वाभिमान यात्रा के प्रथम चरण का अंत हो रहा है। ये यात्रा अभी अंत होने वाली नहीं है। जब तक हिन्दुओं को संगठित न कर लूं तब तक यह यात्रा अनवरत चलती रहेगी।


ताकि कोई दुश्मन हमारी बेटी की तरफ आंख उठा कर न देखे। साथ ही उन्होंने कहा कि किशनगंज में कुछ लोग कश्मीर जैसे हालात पैदा करना चाहते हैं। कश्मीरी तो भाग कर हिन्दुस्तान चले आए। लेकिन किशनगंज वाले यहां से कहां भाग कर जाएंगे। हिन्दु स्वाभिमान यात्रा के तहत धन, धरती व धर्म की रक्षा के लिए हिन्दुओं को एकजुट करना ही मकसद है। इस दौरान उन्होंने विपक्षी नेताओं को भी खूब खरी खोटी सुनाई।


शहर के गांधी चौक पर बिफर पड़े केंद्रीय मंत्री


कलश यात्रा में शामिल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का काफिला गौशाला परिसर से निकलकर सीधे गांधी चौक पहुंचा। जहां खुले जीप पर सवार गिरिराज त सिंह जीप से उतर कर रथ पर चढ़ गए। रथ के ऊपर चढ़कर उनके संबोधन का कार्यक्रम था। केंद्रीय मंत्री संबोधन के दौरान एक दो लाइन बोले ही थे कि उन्होंने देखा कि मौके पर शामिल भीड़ को हटाया जाने लगा उन्हें किसी कार्यकर्ता ने बताया कि एसडीपीओ गौतम कुमार ने भीड़ को हटवा दिया है। इतना सुनते ही गिरिराज सिंह बिफर गए। उन्होंने रथ पर से ही पहले एसडीपीओ को खरी खोटी सुनाई। जब तक भीड़ वापस नहीं आएगी मैं यहीं धरना दे दूंगा। फिर वहीं से डीएम को फोन लगा दिया। जब तक भीड़ वापस नहीं आई। उन्होंने रथ पर से ही हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। हनुमान चालीसा का पाठ खत्म होते ही डीएम के फोन के बाद भीड़ को वापस बुलाया गया।


गिरिराज सिंह की हिंदू वाली यात्रा...


केंद्रीय मंत्री ने यात्रा भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में की केंद्रीय मंत्री ने अपनी इस यात्रा के दौरान 19 अक्तूबर को कटिहार में 'लव, थूक और लैंड जिहाद' की बात कहने के साथ ही सीमांचल में 'रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठ' का मुद्दा उठाया।


गिरिराज सिंह की यात्रा जिन जिलों से गुजरी, वो मुस्लिम आबादी के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं।


किशनगंज में 69 फीसदी, कटिहार में 45, अररिया में 45, पूर्णिया में 38 और भागलपुर में 18 फीसदी मुस्लिम आबादी है।


लेकिन इस यात्रा का सच ये भी है कि हिंदुओं की बात करने वाले हिन्दू संगठन ने भी ज्यादा दिलचस्पी नही दिखाया जिसका नतीजा ये हुआ कि भीड़ नदारद दिखी क्योंकि जिस छवि के नेता माने जाते है गिरिराज सिंह उस हिसाब से उनके स्थानीय संगठन हो या विधायक या नेता वो भीड़ जुटाने में नाकाम दिखे अगर इस यात्रा की बात की जाए तो बयानबीर सब के द्वारा बयान बाजी या माहौल खराब करने वाले बयान सामने आये।


अब बात करे ये यात्रा जैसे ही अररिया पहुँची तो...


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20 अक्टूबर को जैसे ही हिन्दू स्वाभिमान यात्रा अररिया पहुंचा तो अररिया के सांसद प्रदीप सिंह का बयान काफी सुर्खियों में रहा जिसमें उन्होंने कहा था कि अररिया में रहना है तो हिन्दू बन कर रहना होगा, इसके बाद भाजपा और राजद आमने सामने आ कर बयानबाजी करने लगे, वहीं स्थानीय स्तर पर लोग सड़क पर उतर कर काफी विरोध करने लगे जिसके बाद प्रशासन को काफी मशक्कत करना पड़ा। मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगो ने स्थानीय सांसद का पुतला दहन कर सड़क को जाम कर दिया हालांकि पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए ऐसे लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया।


तेजस्वी को गिरिराज सिंह का जवाब, दंगा मैं नहीं तुम फैला रहे हो


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स्वाभिमान यात्रा को लेकर तेजस्वी यादव ने जब गिरिराज सिंह पर हमला बोला तो बीजेपी के फायर ब्रिगेड नेता गिरिराज सिंह कैसे चुप रह सकते थे। गिरिराज सिंह ने कहा है कि अररिया में अल्पसंख्यकों को भड़काने में तेजस्वी यादव की बड़ी भूमिका रही है। सांसद प्रदीप सिंह के द्वारा दिए गए बयान को मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच गलत ढंग से पेश किया गया है। सीमांचल की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है। यहां कुछ इलाकों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं और हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। उन्होंने हिंदुओं को संगठित करने के लिए हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी और कर उनकी यात्रा पूरी तरह शांति और सद्भाव के साथ जग संपन्न हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी के यादव के इशारे पर ही अररिया में उग्र प्रदर्शन किया गया।


सुर्खियों में रहा यात्रा का विरोध


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गिरिराज सिंह की इस यात्रा पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी से लेकर सत्ताधारी पार्टी और बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने भी सवाल उठाए।


जेडीयू ने जहां इस यात्रा को 'गैर जरूरी' बताया, वहीं तेजस्वी यादव ने यात्रा से पहले चेतावनी दी थी, 'अगर इस यात्रा से नफरत फैली तो आरजेडी चुप नहीं बैठेगी।' पूर्णिया के स्थानीय सासंद पप्पू यादव ने कहा गिरिराज सिंह तीन बार से केंद्र में मंत्री है विकास के नाम पर लड्डू किया है पर नफरत फैलाने में हमेशा आगे रहते है, अगर विकास की बात करनी है या फैक्ट्री रोजगार की बात करनी है तो स्वागत है लेकिन नफरत फैलाने आएंगे तो मेरे लाश से गुजरना होगा इनको लेकिन यात्रा के दौरान सासंद पप्पू यादव पर गिरिराज सिंह ने भी तीखा हमला किया।

बताते चले कि इस यात्रा का आलम ये रहा कि इस सियासी उबाल में बीजेपी ने भी गिरिराज सिंह की इस यात्रा से किनारा कर लिया। आखिर ये यात्रा महत्वपूर्ण क्यों बन गई थी, इस सवाल का जवाब यात्रा के रूट चार्ट में है। इस रूट चार्ट में आप देखेंगे कि मुस्लिम आबादी को कितना प्रभावित करता रहा ये यात्रा।


क्या है वर्तमान पॉलीटिकल सिनेरियो


जानकारों की माने तो सीमांचल में लोकसभा की चार सीट और विधानसभा की 23 सीटें हैं। पहले लोकसभा क्षेत्र की बात कर लेते हैं। चार में से दो सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। एक बीजेपी के पास है। एक सांसद निर्दलीय चुनाव जीते हैं। इसी तरह विधानसभा की 23 सीटों में से, कांग्रेस के पास पांच तो राष्ट्रीय जनता दल के पास पांच विधायक है। जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास आठ विधायक और जनता दल यूनाइटेड के पास तीन विधायक हैं। माले-निर्दलीय के पास एक-एक सीट है।


बुरे फंसे गिरिराज सिंह, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने किशनगंज में परिवाद किया दायर


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स्वाभिमान यात्रा पर निकले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भले यात्रा समाप्त कर अपने घर पहुंच चुके हैं लेकिन इस यात्रा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। अब खबर आ रही है कि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के नेता द्वारा उनके ऊपर केस दर्ज करवाया गया है। परिवाद दायर करने वाले अधिवक्ता ने बताया कि किशनगंज यात्रा के दौरान जिस तरह से गिरिराज सिंह ने अपनी जनसभा में भड़काऊ बयान दिए उसे कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता। लोगों की जन भावनाओं को आहत किया गया है। एआईएमआईएम के कार्यकर्ता सह अधिवक्ता शम्स आजाद ने आगे कहा, मुसलमान मंदिर को तोड़ते हैं, यह गलत आरोप है। यह दंगा भड़काने वाला बयान है और इससे पूरे देश में गलत संदेश जाएगा। अधिवक्ता ने बताया कि सैक्सन 196, 197, 199, 302 भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कराया गया है और अदालत के समक्ष वीडियो साक्ष्य प्रस्तुत किया गया है।


भाजपा सांसद के खिलाफ सड़क पर उतरे मुस्लिम समुदाय के लोग


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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की स्वाभिमान यात्रा के दौरान अररिया के सांसद प्रदीप सिंह द्वारा दिए गए विवादित बयान पर अब जमकर राजनीति हो रही है। अररिया के बीजेपी सांसद ने कहा था कि जिस अररिया में रहना है उसे हिंदू बनकर रहना होगा। इस विवादित बयान के बाद अररिया में मुसलमान समाज के लोगों ने सड़क पर उतरकर जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया। इन लोगों का आरोप था कि गिरिराज सिंह और प्रदीप सिंह जैसे लोग जानबूझकर वोट पॉलिटिक्स के लिए समाज में जहर घोल रहे हैं। इन लोगों का बस एक ही मकसद है कि किसी तरह दंगा फसाद हो और इन्हें इसका लाभ मिल सके। प्रदर्शन कार्यों ने गिरिराज सिंह और प्रदीप सिंह का पुतला भी दहन किया। दूसरी और नेता प्रतिपक्ष और बिहार सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी जबरदस्त हमला बोला है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुसलमानों की तरफ बुरी नजर से देखने वालों की ईंट से ईंट बजा देंगे। बीजेपी के नेताओं ने सीमांचल के इलाके में जनता से जुड़े मुद्दों की बात नहीं की बल्कि वे एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

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